दोस्तों पूरे विश्व में भारत चौथा ऐसा देश है जिसे महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक माना गया है| यहां कन्या भ्रूण हत्या, शिशु हत्या, व मानव तस्करी पूरे विश्व के चौथे स्तर पर होती है। और इन्हीं कारणों से लिंगानुपात में महिलाओं की संख्या घटती ही जा रही है। जिस कारण से हमारे पूरे समाज में एक नकारात्मक सोच पनपने लगी है। और इसी सोच को घटाने के लिए व खत्म करने के लिए M.P सरकार द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाये जाने का फैसला लिया गया। जिसके अंतर्गत एक बच्ची के जन्म से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, और विवाह तक की जिम्मेदारी सरकार ने अपने कंधों पर ली, व समाज में एक सकारात्मक सोच पैदा करने की कोशिश की।
लाड़ली लक्ष्मी योजना में क्या है?
लाडली लक्ष्मी योजना सबसे पहले शिवराज सिंह चौहान द्वारा मध्य प्रदेश राज्य में 2007 में लागू की जाने वाली योजना है। इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं के प्रति नकारात्मक सोच को बदलने के लिए सरकार ने बालिकाओं के लिए अपनी तरफ से कुछ सुविधाएं प्रदान की जिससे कि समाज में गरीब व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं की स्थिति व स्वास्थ्य में सुधार हो सके। और इसके अलावा इस योजना का सबसे मुख्य कारण था की देश में लिंगानुपात में महिलाओं व बालिकाओं की घटती हुई संख्या में सुधार लाना। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई इस योजना के सफलता के बाद भारत के कई राज्यों ने भी इस योजना को बालिकाओं के उत्थान के लिए अपने राज्य में लागू किया।
यह योजना किसके लिए है?
इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा गरीब व पिछड़े माता-पिता की बालिकाओं के भरण पोषण उच्च शिक्षा व स्वास्थ्य के सुधार में सरकार द्वारा काफी मदद दी जाती है। सरकार लाडली लक्ष्मी योजना के तहत आपकी बेटी को एक से डेढ़ लाख रुपए तक की पूंजी प्रदान करती है। लेकिन इस लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को दिया जाएगा जो गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन यापन करते हैं। व जिनके माता-पिता मध्यप्रदेश के मूल निवासी हैं और करदाता (Tax) नहीं हैं।
विशेष- जिन अभिभावकों ने अपने दो बच्चे होने के बाद एक लड़की को गोद लिया है, उन्हें भी लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिलेगा। लेकिन उन्हें इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्र में रजिस्टर्ड होना बेहद ही जरूरी है और वेह अभिभावक करदाता नहीं होनी चाहिए। वहीं जिन अभिभावकों को जुड़वा बेटियां एक साथ होती है व तीसरी बार में भी बेटी होती है उन बालिकाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। और अनाथ बालिकायें इस योजना का लाभ तभी ले पाएंगी जब उन्हें किसी द्वारा गोद लिया जाएगा व गोद लिए हुए प्रमाण पत्र द्वारा यह आवेदन विधिवत किया जाएगा।
लाड़ली लक्ष्मी योजना कि धनराशि कैसे मिलती है?
लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग व गरीब वर्ग की बेटियों को दी जाने वाली रकम किस्तों में दी जाती है जिसे कि हम आपको अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताएंगे।
1- लाडली लक्ष्मी योजना के तहत बालिकाओं के नाम से रजिस्ट्रेशन के समय से लगातार 5 सालों तक ₹6000 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा उन बेटियों के लाड़ली लक्ष्मी योजना निधि खाते में जमा की जाती है।
2- इस अनुमान से इन 5 वर्षों में बालिकाओं को 30,000रूपये तक रकम उनको मिलेगी।
3- इसके पश्चात बालिका जब कक्षा 6 में प्रवेश करती है तब उन्हें ₹2,000 तक की रकम दी जाती है।
4- और इसी तरह जब बालिका कक्षा 9 में जाती है तब उसे ₹4,000 दि जाती हैं। फिर कक्षा 11 में प्रवेश लेने पर सरकार द्वारा बालिका को फिर से 6,000 तक की रकम दी जाती है और इसी क्रम में जब बालिका कक्षा 12 में प्रवेश लेती है तो फिर से उसे सरकार द्वारा 6,000 तक की रकम दी जाती है।
5- और लाडली लक्ष्मी योजना के तहत सरकार द्वारा अंतिम रकम बालिका के 21 वर्ष के होने पर ₹1,00,000 तक की देती है जिसमें कि सरकार की कुछ शर्तें होती हैं-
- पहली शर्त ये कि बालिका 12वीं कक्षा पढ़ती हो या पढ़ चुकी हो।
- और दूसरी शर्त यह की बालिका की शादी 18 वर्ष से पहले नहीं होनी चाहिए।
जो इन शर्तों का पालन करता है सरकार द्वारा ₹1,00,000 तक की रकम केवल उसी को दी जाती है और यह दोनों शर्तें ना मानने पर सरकार अपनी तरफ से ₹1,00,000 तक की रकम उस बालिका को नहीं देती।
लाडली लक्ष्मी योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
लाडली लक्ष्मी योजना को लागू करने के पीछे सरकार की बहुत सारी मनसा एवं उद्देश्य हैं।
- बालिकाओं संबंधी गर्भपात को कम कर लिंगानुपात में समानता लाना सरकार का मुख्य उद्देश्य रहा है इसीलिए सरकार ने यह योजना लागू की।
- सरकार द्वारा बालिकाओं को सशक्त, शिक्षित व स्वच्छ बनाने का जो उद्देश्य रहा है उसको साकार करने के लिए सरकार ने धरातलीय स्तर पर इस योजना को लागू किया।
- बाल विवाह की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार ने 18 वर्ष की उम्र से पहले शादी करने वालों को ₹1,00,000 रूपये न देने का प्रावधान लाया, जिससे कि बालिकाओं की शादी 18 वर्ष के बाद करने का उनके अभिभावकों द्वारा फैसला लिया जाए।
- बालिकाओं के अशिक्षित होने की समस्या को खत्म करने के लिए सरकार ने यह योजना लागू की जिसके तहत 12वीं कक्षा तक बालिकाओं के पढ़ने की योजना सरकार लेकर आई और उसके लिए उन्हें पैसे भी दिए जाने की योजना बनाई।
लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज-
- आवेदन फार्म ladlilaxmi.mp.gov.in पर आपको मिल जायेगा।
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक का नाम, शाखा का नाम,अकाउंट नंबर के साथ आवेदक बालिका की पासबुक की कॉपी आदि चीजें।
- पहचान प्रमाण पत्र में आधार कार्ड और राशन कार्ड।
- बालिका की फोटो।
दोस्तों मध्य प्रदेश सरकार की यह सोच व बालिकाओं के प्रति उनकी सहानुभूति और स्थिति में सुधार करने के लिए शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा उठाए गए यह कदम बेहद ही सराहनीय हैं।जिसे की अन्य सरकारों ने भी अपने राज्यों में लागू करने का विचार बनाया और अपने राज्यों की भी बालिकाओं की इन समस्याओं को दूर करने का फैसला किया। दोस्तों हमें आशा है कि हमारे द्वारा दिए गए इस लेख में सभी विस्तृत जानकारियां आप को संतुष्ट कर पाई हैं। व आप हमारे इस लेख द्वारा इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।