मानव कल्याण योजना गुजरात सरकार द्वारा पिछड़ी जाति और गरीब समुदाय के लोगों की आर्थिक तरक्की और उन्नति के उद्देश्य से बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत कम आय वाले 28 प्रकार के काम करने वालों को आर्थिक मदद दी जाएगी। फेरीवाले, सब्जीवाले, बढ़ई, मोची, धोबी आदि लोगों को रोजगार देने में सहायता गुजरात सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
गुजरात सरकार ने मानव कल्याण योजना सबसे पहले सन् 1995 में गरीब समुदाय व पिछड़े वर्ग के लोगो के लिए चलाई थी।लेकिन उसी योजना में और उन्नतशील स्वरूप देकर 2023 में शुरू किया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार पिछड़ी जाति के कारीगर, मजदूर व अन्य मजदूर जिनकी कमाई ग्रामीण क्षेत्रों में 12 हजार तक और शहरी क्षेत्रो में 15 हजार तक है उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जायेगी।
मानव कल्याण योजना के फायदे-
यह योजना लोगों के जीवन में सुधार करने का उद्देश्य रखती है और उन्हें अधिक समृद्ध, स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित बनाने की कोशिश करती है। यहां कुछ मुख्य फायदे हैं-
शिक्षा और प्रशिक्षण-
मानव कल्याण योजना के तहत, शिक्षा और प्रशिक्षण को प्राथमिकता दी जाती है। यह उन्नति को बढ़ावा देता है और लोगों को अच्छे जीवन का मार्ग दिखाता है।
स्वास्थ्य सुरक्षा-
योजना में स्वास्थ्य सुरक्षा को महत्व दिया जाता है। इसके अंतर्गत, लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली मेडिकल सुविधाएं प्राप्त करने में मदद मिलती है।
आर्थिक सहायता-
योजना आर्थिक सहायता प्रदान करती है, विशेष रूप से गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए। यह विभिन्न प्रकार के वित्तीय योगदानों, पेंशनों, बीमा आदि के माध्यम से समर्थन प्रदान करती है।
रोजगार स्थिरता-
मानव कल्याण योजना के माध्यम से, रोजगार स्थिरता को बढ़ावा मिलता है। यह उद्योगों और उद्यमियों को समर्पित करके रोजगार के अवसर प्रदान करती है, जिससे लोगों को नौकरी के अवसर मिलते हैं।
मानव कल्याण योजना के लिए पात्र
- आवेदक को गुजरात का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
- उनकी उम्र 16 से 60 वर्ष के बिच होनी चाहिए।
- उम्मीदवार का नाम ग्रामीण विकास Depth के BPL लिस्ट में होना जरूरी है।
- आय प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
मानव कल्याण के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड/बिजली का बिल
- निवास प्रमाण पत्र
- उम्मीदवार के लिग का प्रमाण
- वार्षिक आय प्रमाण पत्र
- व्यापार उन्मूलन प्रशिक्षित प्रमाणपत्र
- एजुकेशन प्रूफ
मानव कल्याण योजना में कितनी योनजाएं हैं?
इस योजना में कुल 28 योजनाएं हैं जिनमें की-
- मोची
- सिलाई
- सजावट का काम
- वाहन की सर्विसिंग और मरम्मत
- कढ़ाई
- मिट्टी के बर्तन
- चिनाई
- विभिन्न प्रकार के घाट
- श्रृंगार केंद्र
- प्लम्बर
- बढ़ई
- कृषि/लोहार/वेल्डिंग कार्य
- ब्यूटी पार्लर
- गर्म,ठंडे पेय नाश्ते की बिक्री
- बिजली के उपकरणों की मरम्मत
- धोने लायक कपड़े
- दूध दही विक्रेता
- अचार बनाना
- पंचर किट
- मछली विक्रेता
- तल मिल
- बनाया झाड़ू सुपाड़ा
- खाना बनाने के लिए प्रेशर कुकर
- बाल काटना
- पेपर कप और डिश मेकिंग
- मोबाइल रिपेयरिंग
- स्पाइस मिल
- पापड़ निर्माण
योजनाएं शामिल हैं।
मानव कल्याण योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- मानव कल्याण योजना के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको Commission of Cottage and Rural Industry के सरकारी पोर्टल पर जाना है। आधिकारिक वेबसाईट https://e-kutir.gujarat.gov.in/
- इस पर जाते ही आपके सामने इस वेबसाइड का होम पेज (Home Page) ओपन हो जायेगा।
- इस पेज पर आपको ”Commission of Cottage and Rural Industries” Option पर click करना है।
- इस पर click करते ही आपको सरकारी कई योजनाएं दिखाई देने लगेंगे जिसमें से मानव कल्याण योजना के ऑप्शन पर आपको क्लिक करना होगा।
- इस पर click करते ही आवेदन फार्म open हो जाता है।
- इस पेज पर आवश्यक सभी दस्तावेज़ो की जानकारी आपको दर्ज करना है।
- और अंत में आपको फार्म में आपको “Submit” Option पर click करना है।
इन सभी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद आप इस योजना के तहत आवेदन कर पाएंगे।
मानव कल्याण योजना का स्टेटस चेक कैसे करें?
- मानव कल्याण योजना के स्टेटस को चेक करने के लिए सबसे पहले आपको मानव कल्याण योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है। आधिकारिक वेबसाईट https://e-kutir.gujarat.gov.in/
- इसके बाद आपके सामने उस वेबसाइट का होम पेज खुल जाता है।
- होम पेज पर जाकर आपको Your Application Status के Option पर Click करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
- इस पेज पर पूछे गए सभी सवालों के जवाब देगी आप उन जवानों को सबमिट करें।
- इसके बाद आपके सामने आपका एप्लीकेशन स्टेटस पेज खुल जाता है।
दोस्तों हमें आशा है कि हमारे द्वारा मानव कल्याण योजना के बारे में बताई गई सभी जानकारियां वह रजिस्ट्रेशन करने के बारे में दी गई जानकारी अच्छे से समझ में आई होंगी। पर आप हमारे द्वारा दिए गए इस जानकारी का लाभ उठा पाएंगे।