CMS क्या होता है और ये कैसे काम करता है? | CMS Kya Hota Hai?

CMS क्या है? और इसका Full farm क्या है?

CMS का पूरा नाम “content management system” है। यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसका उपयोग करके जिसे कोडिंग नहीं भी आती है वह भी बड़ी आसानी से वेबसाइट बनाकर डिजिटल मीडिया कंटेंट को संचालित करना, ,प्रबंधित करना और पब्लिश करने के लिए किया जाता है। CMS की मदद से उपयोगकर्ता बहुत ही आसानी से वेबसाइट के Article, लेआउट, डिजाइन और अन्य चीजों को बदल सकता है वह भी बिना किसी प्रोग्राम या तकनीकी ज्ञान के। यह software किसी भी वेबसाइट के विकास की प्रक्रिया को बेहद ही सुगम और आसान बना देता है और विभिन्न उपयोगकर्ताओं को शेयर करने, एक्सेस करने और हेल्प करने की अनुमति देता है।

CMS की जरूरत क्यों पड़ी?

कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) की जरूरत वेबसाइट ऑफ़ डिजिटल कंटेंट मैनेजमेंट के लिए होती है। इस सॉफ्टवेयर की वजह से बहुत सारी समस्याओं का समाधान हो गया जिनमें से-

1- एक वेबसाइट बनाने के लिए बहुत सारी कोडिंग करनी पड़ती है जिसके लिए एक वेबसाइट बनाने वाले को कंप्यूटर की भाषा यानी कि कोडिंग आनी जरूरी है जिसमें की JAVA, C++, PHP, HTML इत्यादि कोडिंग शामिल होती है। और यह कोडिंग लैंग्वेज हर किसी को नहीं आती है। जिसकी वजह से एक कोडिंग करके वेबसाइट बनाने में 3 से 4 दिन लग जाते थे लेकिन जब से CMS सॉफ्टवेयर बनाया गया तब से उसकी सहायता से किसी भी वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट में बनाया जा सकता है।

2- पहले वेबसाइट बनाने के लिए बहुत सारी फीचर कोडिंग करनी पड़ती थी लेकिन जब से CMS software उपलब्ध हुआ है तब से ही User को वेबसाइट बनाने में काफी सहायता हो गई क्योंकि CMS बेसिक वेबसाइट का प्रारूप पहले से ही बना कर रखता है।

3- यह बहुत ही आसानी से वेबसाइट को अपडेट करने और व्यवस्थित करने में सहायता करता है और पुरानी चीजों को हटाने में काफी मदद करता है वह भी बिना किसी तकनीकी ज्ञान के।

4- CMS बेहद ही सरल सॉफ्टवेयर है जिसे हर कोई आसानी से सीख कर अपनी वेबसाइट बना पाता है और उसे व्यवस्थित कर पाता है।

 5- ये आपको आपकी वेबसाइट बनाने में काफी मदद करता है वह यूजर अपनी वेबसाइट में थीम इंस्टॉल कर पाता है  इंस्टॉल कर पाते हैं तथा नए नए फीचर को जोड़कर अपने वेबसाइट को और भी आकर्षक बना पाते हैं।

CMS कैसे काम करता है?

ये Software अपने यूजर को एक GUI (ग्राफिकल यूजर इंटरफेस) उपलब्ध करता है जिसकी सहायता से यूजर बेहद आसानी से अपनी वेबसाइट को manage कर पाता है।

उदाहरण से समझते हैं- पहले जब कोई कंटेंट लिखे जाते थे तब बहुत सारी कोडिंग करके एक वेबसाइट बनाई जाती थी जिस पर हम अपना कंटेंट पोस्ट कर पाते थे। और इसमें ज्यादा आकर्षक फीचर्स भी नहीं होते थे। 

लेकिन जबसे CMS software आया है तब से user अपना कंटेंट डायरेक्ट उसी पर लिखते हैं और मात्र एक क्लिक से पोस्ट कर देते हैं। इसने ऐसी बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई है जिससे कि एक सामान्य तौर पर कोई आम इंसान भी बिना किसी कोडिंग नॉलेज के वेबसाइट बनाकर अपना कंटेंट पब्लिक कर पाता है।

CMS के Component क्या है?

CMS (Content Management System) में CMA (Content Management Application) और CDA (Content Delivery Application) दो मुख्य component हैं।

CMA (Content Management Application)

CMA सामग्री प्रबंधन अनुप्रयोग (Content Management Application) का एक भाग है, जिसे administrator उपयोग करते हैं ताकि वे वेबसाइट पर सामग्री को अपडेट और संशोधित कर सकें। CMA उपयोगकर्ता को एक सहज यूजर इंटरफेस प्रदान करता है, जहां वे edited कर सकते हैं, नये सामग्री को जोड़ सकते हैं, मिटा सकते हैं, और वेबसाइट के लिए जब आवश्यक हो तो उसे प्रकाशित कर सकते हैं। CMA आमतौर पर वेब ब्राउज़र के माध्यम से एक secure कनेक्शन का उपयोग करता है और इसे प्रशासक तक CMS के backend सर्वर से कनेक्ट करता है।

CDA (Content Delivery Application)

CDA, Content Management Application का दूसरा मुख्य component है, जिसका उद्देश्य वेबसाइट पर प्रदर्शित होने वाली सामग्री को Manege करना है। CDA उपयोगकर्ता के ब्राउज़र के माध्यम से CMS के बैकएंड सर्वर से सामग्री लाता है और उसे वेबसाइट के टेम्पलेट और अन्य योग्यताओं के साथ एकीकृत (Integrated) करता है। CDA की मुख्य उपयोगिता वहाँ निर्धारित करने में होती है जहाँ प्रभावी तरीके से सामग्री को प्रदर्शित किया जाना चाहिए, जैसे कि वेब पेज, लेख, छवियाँ, वीडियो, और अन्य मल्टीमीडिया आदि।

इन दोनों component (CMA और CDA) साथ मिलकर CMS को प्रभावी ढंग से सामग्री प्रबंधन और प्रदर्शन करने की क्षमता प्रदान करते हैं।

CMS के फ़ायदे

CMS (Content Management System) का उपयोग वेबसाइट और डिजिटल मीडिया प्रबंधन के लिए किया जाता है। CMS के कई फ़ायदे हैं जो निम्नलिखित हैं-

अपडेटेड कंटेंट का management

CMS आपको वेबसाइट पर सामग्री को अपडेट करने की सुविधा प्रदान करता है। आप आसानी से नई पोस्ट, पेज, छवियाँ या अन्य सामग्री को जोड़ सकते हैं और पुरानी सामग्री को संपादित कर सकते हैं।

टीम सहयोग

CMS टूल्स आपको अपनी टीम के सदस्यों को साथ में काम करने की अनुमति देते हैं। यह टीम के सदस्यों के बीच काम को आसान और संगठित बनाने में मदद करता है।

टाइम सेविंग

CMS आपको सामग्री को अपडेट करने के लिए प्रोग्रामिंग या वेब डेवलपमेंट की आवश्यकता को कम करता है। इसके परिणामस्वरूप, आप अपडेटेड सामग्री को तुरंत प्रकाशित कर सकते हैं और समय बचा सकते हैं।

डिजाइन और टेबल  कंट्रोल

CMS आपको वेबसाइट के डिजाइन और तालिकों को आसानी से नियंत्रित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह आपको विभिन्न थीम्स, लेआउट्स और विज़ुअल एलीमेंट्स का उपयोग करके अपनी वेबसाइट की दिखावट को परिवर्तित करने की अनुमति देता है।

SEO फ्रेंडली

CMS वेबसाइट के लिए SEO (Search Engine Optimization) के लिए महत्वपूर्ण निर्देशिका (important directory) बनाने में मदद करता है। इसमें सामग्री, मेटा टैग्स, URL संरचना, इंटरनल लिंकिंग और अन्य प्रमाणित तकनीकों को अनुपालन करने की सुविधा होती है, जो आपके वेबसाइट को सर्च इंजन में अधिक visibility प्रदान कर सकती है।

ये थे कुछ मुख्य CMS के लाभ। CMS का उपयोग आपके वेबसाइट प्रबंधन को आसान, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में मदद कर सकता है।

CMS के मुख्य उदाहरण

  • WordPress- WordPress एक ऐसा CMS सॉफ्टवेयर है जो दुनियाँ में सबसे ज्यादा यूज़ किया जाता है। पुरे विश्व में लगभग 30% Website हैं जो WordPress से ही बनी हैं।
  • Blogger- Blogger भी दुनिया में एक प्रसिद्ध CMS है। जोकि गूगल का ही एक प्रोडक्ट है।
  • Opencart – ये एक E-Commerce website बनाने का CMS है।
  • Magento – Magento पर भी E-Commerce website बनाई जाती है। जैसे में Flipkart, Amazon इत्यादि।

CMS के नुकसान

हालांकि, CMS के कुछ निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं-

सुरक्षा संबंधित कठिनाइयां

CMS प्लेटफॉर्म प्रचालन के लिए ज्ञात (known to operate) हैं, और इसलिए अधिक हालात में हैकर्स और अनुचित उपयोगकर्ताओं के लिए ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। अगर सुरक्षा नहीं सुनिश्चित की जाती है, तो हाकिंग, डेटा चोरी, वेबसाइट खराबी, या मालवेयर निकलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

आवश्यकता और पुनर्प्राप्ति की आवश्यकता (need for update and recovery)

CMS के latest version और प्लगइन्स को up to date रखना महत्वपूर्ण है। अगर up to date नहीं किया जाता है, तो सुरक्षा हानि का खतरा बढ़ सकता है और यह भी संबंधित सुविधाओं और तकनीकी बदलावों का उपयोग नहीं करने की अपेक्षा है।

प्रदर्शन में कमी (Decreased performance)

CMS साइटों में बहुत सारी सामग्री, डेटाबेस, और जटिलताएं होती हैं, जिसके कारण प्रदर्शन (Display) में कमी हो सकती है। 

तो दोस्तों हमें आशा है कि आपको हमारे इस लेख में CMS में से संबंधित सभी जानकारियां अच्छे से समझ में आई होंगी। तो आप भी अगर कोई वेबसाइट बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो  का CMS उपयोग करके एक अच्छी वेबसाइट का निर्माण आप कर सकते हैं।

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