सोया पनीर क्या होता है?
सोया पनीर सोया दूध से बनाया जाता है। और सोयाबीन की मदद से सोया दूध को बनाया जाता है। जिसे सोया मिल्क के नाम से भी लोग जानते हैं। इसका सबसे अधिक उपयोग बॉडीबिल्डर लोग करते हैं। क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। साथ ही जो लोग अपने डाइट पर बहुत अच्छा ध्यान देते हैं वह भी इसका उपयोग करते हैं क्योंकि इसमें कैल्शियम प्रोटीन वह पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसका उपयोग छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान करवाने वाली महिलाएं भी कर सकती हैं। यह उनके लिए पौष्टिक तत्वों में गिना जाता है।
सोया दूध क्या है?
सोया दूध या सोया मिल्क सोयाबीन से बनने वाला एक सस्ता और उच्च प्रोटीन युक्त भोजन है। दूसरे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ के मुकाबले सोया मिल्क में वसा काफी कम मात्रा में होती है और यह कोलेस्ट्रोल फ्री होता है। सोया मिल्क में चिकन जितनी गुणवत्ता पाई जाती है।
सोया पनीर कैसे बनता है?
सोयाबीन से बने सोया दूध या सोया मिल्क को एसिड डालकर गाढ़ा करके जमा दिया जाता है जिसके बाद उसे एक कपड़े में डालकर छान दिया जाता है। अब उस कपड़े में आए हुए उस गाड़ी दही को कसके बांध दिया जाता है। और उसके ऊपर कोई भारी चीज रख दी जाती है इसके बाद उसे आकार मिलने पर कुछ घंटों बाद निकालकर पानी में डाल दिया जाता है और बनाने से पहले उसके पीसेस काटी जाती है।
सोया पनीर का उपयोग
सोया पनीर के उपयोग कि यदि हम बात करें तो इसमें एक उच्च प्रोटीन और सस्ते स्रोतों में से एक होने की वजह से विभिन्न प्रकार से अपने खाने में उपयोग में लाया जाता है। जैसे में शाही पनीर, पालक पनीर,मटर पनीर, सैंडविच, पकोड़े आदि बनाकर इसका उपयोग किया जाता है। चुकी दूध से बने हुए पनीर के मुकाबले सोया पनीर कोलेस्ट्रोल फ्री होता है इसीलिए इसे वजन कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
सोया पनीर कि मांग
जैसा कि हम आपको पहले ही अपने इस लेख द्वारा बता चुके हैं कि सोया पनीर एक पौष्टिक आहार है जिसे कि लोग दूध से बनी पनीर से हटकर इसका उपयोग करते हैं। ताकि उनका वजन कम हो जाए और उनकी डाइट सही रहे। और आज के समय में लोग अपने बढ़ते हुए वजन से काफी परेशान हैं और साथ ही साथ किसी ऐसे भोजन की तलाश करते हैं जिससे कि उन्हें प्रोटीन मिलती रहे इसे ध्यान में रखते हुए सोया पनीर एक उत्तम खाद्य पदार्थ माना जाता है। और इसीलिए दिन-प्रतिदिन इसकी मांग भी बढ़ती जा रही है।
दिन प्रतिदिन सोयाबीन से बने हुए उत्पादों की मांग बढ़ने से हम अंदाजा लगा सकते हैं कि आज के समय में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर कितने चिंतित है। सोयाबीन से बने हुए उत्पादों में से सोया सॉस ,सोया तेल ,सोया दूध जैसी चीजें शामिल हैं।
सोया पनीर की मांग बढ़ने का कारण यह भी है की जानवरों के दूधों से बने पनीर की कीमत 200 से 400 के बीच होती है और समय की मांग देखते हुए और भी बढ़ जाती है लेकिन सोया पनीर इसके मुकाबले काफी सस्ता मिलता है इस वजह से भी लोगों में इसकी मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।
अगर गौर किया जाए तो हमें यह समझ आता है कि सोया पनीर कोई बहुत पुरानी चीज नहीं है। इसे तो नए समय में बनाया गया है जिसका उपयोग लोग अलग-अलग तरह से कर रहे हैं
सोया पनीर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें
सोया पनीर की बढ़ती हुई मांग और पोषक तत्व को देखते हुए इसका व्यापार करना एक समझदारी वाली बात होगी। लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने से पहले उद्यमी को कुछ विशेष बातों का ध्यान देना चाहिए जो कि हमने अपनी इस लेख में बताएं-
सोया पनीर बिजनेस प्लान तैयार करें
उद्यमी को चाहिए कि किसी भी बिजनेस को करने से पहले उसका बिजनेस प्लान या बिजनेस ब्यौरा पहले ही बना ले। जिससे कि उसे आगे चलकर कोई भी दिक्कत ना हो और बहुत सारी समस्याओं को हल करने में आसानी हो। इस बिजनेस प्लान में उसे ध्यान देना चाहिए कि उसे क्या-क्या बातें नोट करनी चाहिए जैसे में उसके बिजनेस में लगने वाली लागत, होने वाला मुनाफा ,ग्राहकों को किस तरह से लुभाएं, और भविष्य में आपने व्यवसाय को इस राह पर लेकर जाना चाहते हैं या कौन सा मुकाम देना चाहते हैं? यह सभी बातें आपके बिजनेस प्लान में होनी चाहिए।
सोया पनीर मेकिंग बिजनेस के लिए स्थान चुनें
दोस्तों हम सभी जैसा कि जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां पर कई राज्यों में कृषि की पैदावार अच्छी होती है और चुकी सोया पनीर दलहन से बनने वाला उत्पाद है तो आपको इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि सोयाबीन सबसे अधिक किस राज्य में उत्पादित होता है। जिससे कि आप अपना सोयाबीन पनीर मेकिंग बिजनेस उस जगह से शुरू कर सके।
क्योंकि जिस जगह की उत्पादन क्षमता अधिक होगी उस जगह से अधिक मुनाफा कमाए जाने का अवसर प्राप्त होता है। और साथ ही साथ या भी ध्यान देना चाहिए कि उस जगह पर अधिक मशीनरी, कच्चा माल साथ में कर्मचारियों की भी आवश्यकता पड़ती है। और यदि संभव नहीं है तो आप किसी ऐसे जगह की खोज कीजिए जिसका गोडाउन कम से कम 800 से 12 वर्ग फीट की जगह में हो, जिससे कि आप अपना व्यवसाय अच्छी तरह से कर पाए। क्योंकि वहां पर बाकी चीजों को छोड़ दे तो जनरेटर सेट, आपकी काम से संबंधित सभी सामग्रियां, ऑफिस बनाने की जगह आदि चीजें रखने के लिए भी जगह चाहिए होंगी।
सोया पनीर मेकिंग बिजनेस के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन
खाने से संबंधित किसी भी व्यवसाय का लाइसेंस लेने के लिए आपको FSSAI से लाइसेंस लेने की जरूरत पड़ती है। इसके लिए आपको सरकारी वेबसाइट पर जाकर एक फॉर्म भर कर कुछ शुल्क जमा करने के बाद लाइसेंस मिलता है। यह लाइसेंस मिलने के बाद ही आप अपना काम शुरू कर सकते हैं।
सोया पनीर निर्माण के लिए मशीनों की आवश्यकता
सोया पनीर मैन्युफैक्चरिंग के लिए कुछ मशीनों और उपकरणों की आवश्यकता होती है जिनके उपयोग से ही बड़े पैमाने पर आप सोया पनीर बना सकते हैं। जिसकी कीमत 1.5 लाख से 2,00,000 तक हो सकती है। जिनमें की कुछ मुख्य उपकरणों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- Filter press
- ग्राइंडर कम कुकर
- गैस से चलने वाली भट्टी
- Deep freezer
- स्टेनलेस स्टील के बर्तन
- मापक यंत्र
सोया पनीर निर्माण बिजनेस के लिए कच्चे माल की आवश्यकता
सोया पनीर के लिए सोया मिल्क की आवश्यकता होती है जो कि हर जगह उपलब्ध नहीं होता है। इसलिए हो सकता है कि आपको सोया मिल्क भी अपनी कंपनी में ही बनानी पड़ेगी। इसीलिए आपको अपना कारखाना ऐसी जगह खोलना चाहिए जहां से की आपको सोयाबीन आसानी से मिल जाए क्योंकि अगर आप बाजार से खरीदेंगे तो आपको सोयाबीन महंगा पड़ सकता है। लेकिन अगर आप सोयाबीन किसी उत्पादित क्षेत्र से थोक भाव में खरीदते हैं तो आपको यह काफी सस्ता पड़ सकता है जिससे कि आप अपने बहुत सारे खर्चे बचा पाएंगे।
सोया पनीर बनाने की प्रक्रिया
जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि सोया पनीर सोया मिल्क से बनाया जाता है। पर सोया मिल्क आसानी से बाजार में मिलता नहीं इसलिए आपको इन हाउस ही सोया मिल्क भी तैयार करना पड़ेगा इसीलिए आपको अच्छी गुणवत्ता वाले सोयाबीन को खरीद कर उसे 4 घंटे तक पानी में भिगोना पड़ता है।
इसके बाद इसी क्रम में सोयाबीन को गर्म पानी से धोया जाता है। इसके बाद इसी गर्म पानी में सोयाबीन को डालकर ग्राइंडर के माध्यम से पीस दिया जाता है।इसके बाद इस सोयाबीन के घोल को लगभग 120 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर कुकर में कम से कम 3 मिनट तक पकाया जाता है।
इसके बाद उस पके हुए घोल को किसी मलमल के कपड़े में छान दिया जाता है और अब जो बना हुआ पदार्थ आपके पास है वही सोया मिल्क कहलाता है। और इसी दूध से पनीर बनाने के लिए इस पदार्थ में थोड़ा सा साइट्रिक एसिड मिला दिया जाता है जिससे कि दूध जम जाता है। अब इस जमे हुए पदार्थ को लगभग 1 घंटे तक किसी भारी चीज से दबा दिया जाता है जिससे कि पदार्थ में रह गए पानी के कण बाहर निकल जाते हैं। और अंततः आपको पनीर प्राप्त हो जाता है। और यही पनीर आप बाजार मे जाकर 200 रु. किलो बेच सकते हो|
दोस्तों हमने आपको अपने इस लेख द्वारा बताया कि सोया पनीर का निर्माण कैसे किया जाता है, और आप इसका व्यापार किस प्रकार से कर सकते हैं? सोया पनीर मेकिंग बिजनेस एक मुनाफे का सौदा है जोकि सस्ते दामों पर पौष्टिक पदार्थ के रूप में माना जाता है। इसे कि दिन-प्रतिदिन इसकी मांग बढ़ती जा रही है। इसीलिए आप चाहे तो यह व्यापार शुरू करके लाखों रुपए कमा सकते हैं।