बांस पृथ्वी पर एक ऐसा पेड़ होता है जो हमारे घर बनाने से लेकर चूल्हा जलाने तक के काम में आता है। बांस व्यापार (Bamboo Business) के क्षेत्र में भी अपना पैर जमाये हुए है। चलिये जानते है कि हम किस प्रकार से बांस का बिजनेस कर सकते है?
अगर आप किसान हो और आपको कोई प्रोफीट वाला बिजनेस करना हो तो आप बांस का बिजनेस कर सकते हो| बांस का उत्पादन करके भी आप लाखो कमा सकते हो|
अगर आप किसान नही हो तभी भी आपको बांस का बिजनेस करना है| तो आप बांस के प्रोडक्ट बनाकर उसे बाजार मे बेच सकते है| बाजार मे बांस के प्रोडक्ट की भी काफी डिमांड है| तो चलिये देखते है कि बांस के दोनो बिजनेस प्रकारोसे कैसे आप पैसे कमा सकते हो|
बांस की खेती (Bamboo Farming) | बांस की खेती कैसे की जाती है?
बांस एक ऐसा पेड़ है जिसकी खेती करके लाखो कमाए जा सकते हैं। बांस की खेती करने से पहले उसके बारे में कुछ जान लेते हैं।
बांस के पेड़ की खेती अगर एक बार की गयी तो ये 4 से 5 साल में पक कर तैयार हो जाते हैं। बस तब तक आपको इनकी देखरेख करनी होती है। वैसे एक बार इसकी खेती करने के बाद 40 से 50 साल तक बांस की खेती चलती रहती है। आपको दोबारा पौधे लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है।
बांस की खेती को कितना खर्च आता है?
जानकारोके मुताबिक, बांस कि बहोत सारी प्रजाती है और इनकी किमत भी अलग अलग होती है| अगर इन प्रजातीयो ध्यान मे रखते हुये सोचे तो हम एक एकड मे 2500 से 3000 बांस के पौधे लगा सकते है| एक पौधे कि किमत लगभग 200 से 240 होती है| इस हिसाब से आपको 1 एकड के लिये 720000 रु. खर्च आ सकता है| और हा सरकार इस बिजनेस पर आपको 50% सब्सिडी देती है| इसका मतलब आपको 1 एकड के लिये 360000 रु. सरकार के तरफ से दिये जायेंगे|
अगर बांस के खेती के उत्पादन के बारे मे बोले तो 30-35 टन बांस एक हेक्टर से निकलता है| जिसकी किमत आज बाजार मे रु. 3000 से लेकर 4000 प्रति टन है| इस हिसाब से 3 साल बाद का आपका मुनाफा होगा लगभग एक साल का 8 से 9 लाख प्रति हेक्टर|
अगर आप चाहें तो बांस के पौधों के बीच कोई दूसरी हल्की-फुल्की खेती भी कर सकते हैं| पर हल्की खेती ही क्यो? क्योंकि बांस के खेत काफी घने होते हैं और साथ ही ये लम्बे भी काफी होते हैं। जिससे इन बाम्बूओ के बिच से धुप जमीन पर बहुत कम ही पहुँचती है ।
पुरे देश में बांस की कुल लगभग 136 तरह की किस्में हैं। इनमें से आपको किस प्रोडक्ट के लिए bamboo चाहिये आप उस हिसाब से वो खेती कर सकते हैं। वैसे तो Bamboo बिहार, उत्तर प्रदेश व हरियाणा समेत देश के लगभग सभी राज्यों में उगाया जाता है। लेकीन भारत में बांस की खेती के लिए मुख्यतः मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, नगालैंड, त्रिपुरा, उड़ीसा, गुजरात, उत्तराखंड व महाराष्ट्र आदि राज्यों में होती है। क्योंकि यहाँ कि मिट्टी और जलवायु सबसे अनुकूल रहते हैं।
बांस का इस्तेमाल (Uses of Bamboo) | बांस का उपयोग हम किस प्रकार कर सकते है?
बांस का उपयोग बहोत जगह होता है| बांस कि ये लकडी बहोत उपयोगी होती है| इससे घर बनाने से लेकर घर मे इस्तेमाल होनेवाले वस्तुओ को बनाया जाता है| बांबू को जब नया अंकुर आता है, तो कुछ जगह उस अंकुर का अचार भी बनाते है| और उस अंकुर का खाने मे भी इस्तेमाल करते है|
हम आपको अपने इस लेख में बांस से बनी उन चीजो के बारे में बताएंगे जिनसे आप कम खर्च पर अधिक मुनाफा वाले व्यवसाय करके पैसे कमा सकते हैं।
बांस से बने कपड़ो का व्यापार
बांस के एक खास प्रजाती का इस्तेमाल कपडे बनाने के लिये किया जाता है| इस प्रजाती मे लाचीलापन बहोत जादा मात्रा मे होता है, जिसके उपयोग से कपडे बनते है|
सबसे पहले बांस से बांस का गूदा बनाया जाता है। फिर इस गुदा का उपयोग फाइबर बनानें में किया जाता है। जिससे फैब्रिक बनता है। फिर इसी फैब्रिक से कपड़े, साड़ी, कंबल, तौलिये, बुलेट प्रूफ बनियान, चादरें, गद्दे, तकिए आदि जैसी चीजों का निर्माण करके इसे बाज़ारों में बेचा जा सकता है।
बांस से बने फर्नीचर का व्यापार (Bamboo Business Idea)
बांस को कई तरह के अलग-अलग आकार और नक्काशी देकर इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे कई तरह के फर्नीचर बनाए जा सकते है जैसे – सोफ़ा, कुर्सियां, मेज, बुकसेल्स, अलमारियां, दरवाजे, बेड, सीढ़ी आदि। चूंकि बांस बहुत ही मजबूत और टिकाऊ प्रकृति का होता है इसलिए इसे बनाए जाने वाले फर्नीचर भी टिकाऊ और मजबूत होते है। जो रोजमार्रा के तौर पर आसानी से उपयोग किए जा सकते है तथा यह अन्य लकड़ियों के मुकाबले लंबे समय तक चलते हैं। जिससे इसकी मांग अधिक होती है। और इसी नाते इसका व्यापार करना मुनाफे का सौदा है।
बांस से बने कागज का व्यवसाय
कागज के उद्योग में बांस बहुत ही ज्यादा विख्यात है। सैकड़ों वर्षों से बांस से कागज बनाया जाता रहा है। बांस का गूदा (बैम्बू पल्प Bamboo Pulp) एक तरह का पेपर पल्प होता है जैसे – लकड़ी का गूदा या ईख (गन्ना) का गूदा। यह सल्फेट पाचन प्रक्रिया और सोडा प्रक्रिया के साथ मोसो बांस, फाइलोस्टैचिस प्यूब्सेंस और साइनोकैलेमस एफिनिसेट से बनाया गया है। इसी पल्प से कागज बनाया जाता है।
दिन प्रतिदिन कागज की मांग में वृद्धि हो रही है। भारत कई प्रकार के कागज़ों का उत्पादन करता है, जैसे – किताबों की प्रिंटिंग के लिए कागज, पैकेजिंग कागज, लेखन कागज और कुछ विशेष कागज। प्रिंटिंग और राइटिंग पेपर की किस्में क्रीम वोव पेपर हैं। अलग- अलग उद्योगों में अलग -अलग तरह के कागजों का उपयोग होता है।
कागज की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है इसलिए आप बांस से बने कागज का व्यापार करके तथा इन कागजों को किसी कंपनी में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
बांस से बनी टोकरी
बांस से बनी टोकरी का उपयोग प्राचीन समय से ही होता आया है। जिसे तरह-तरह के सामान रखने के काम में लाया जाता है ।जिन्हें बेच कर गाँवो में लोग अपनी आजीविका का इंतजाम करते हैं।
बांस से बने घर
बांस से बने घर काफी मजबूत होते हैं। इनसे बने घर हमे हमारे गाँवो में देखने को मिल ही जाते हैं। लेकिन आजकल इन्हे अलग-अलग आर्किटेचर एंगल से बनाने का ठेका दिया जा रहा है। जिनसे ढेरो पैसे कमाने का मौका मिलता हैं
बांस से बने हस्तशिल्प सामान
बांस से बने तरह-तरह के सामान आजकल घर व ऑफिस में सजावट के तौर पर लोग रखने लगे हैं। और आपके पास अगर इनसे सजावटी समान बनाने का हुनर है तो आप भी Bamboo से मुनाफा कमा सकते हैं।
बांस ( Bamboo) से बने वाद्य यंत्र
बांस से तरह-तरह के बाजे भी बनाये जाते हैं जिनका व्यापारिक दृष्टि से बहुत महत्व है। इनमे बाँसुरी सबसे अधिक बीकने वाला वद्ययंत्र है। किसी बच्चे बच्चे द्वारा पसंद किया जाता है।
बाँस से और भी बहुत सामान बनते हैं जैसे में चटाइयाँ, टोकरियाँ, बरतन, बैलगाड़ियाँ, फ़र्नीचर, खिलौने, सजावटी सामान, जाल, मकान, पुल आदि चीजें बनाई जाती हैं। जिससे बाम्बू के इन सामानों से Business करके सालो तक बिना किसी खर्च के पैसे कमाएं जा सकते हैं|
तो इस आर्टिकल मे हमने आपको बताया अगर आपको बांस (Bamboo) का बिजनेस करना हो तो आप दो तरीके से कर सकते हो| हमें आशा है दोस्तों कि हमारा ये लेख आपको पसंद आयेगा और आपके बाम्बू बिजनेस व्यापार में काम आएगा।अंत तक पढने के लिये धन्यवाद!!!!