महाऊर्जा कुसुम योजना (Mahaurja Kusum Yojana) महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक सौर ऊर्जा प्रोत्साहन योजना है। यह योजना मुख्य रूप से किसानों को धान, गेहूं, जौ, बाजरा, तिलहन आदि फसलों की पम्प सेटअप के लिए सोलर प्रोत्साहन प्रणाली का उपयोग करने के लिए है।
मुख्य उद्देश्य इस योजना का यह है कि किसानों को अधिकांश बिजली खर्च को कम करने और उन्हें स्वतंत्र बिजली सप्लाई की उपलब्धता प्रदान करने के लिए सोलर पम्प प्रणाली का उपयोग करने में सहायता करना है। इसके माध्यम से, किसान स्वयं अपनी बिजली उत्पादन कर सकते हैं और उनकी खेती और पानी सप्लाई को स्वतंत्र रूप से चला सकते हैं।
महाऊर्जा कुसुम योजना के तहत, सरकार किसानों को सोलर पम्प प्रणाली की स्थापना करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। किसान इस योजना के तहत विभिन्न प्रकार के सोलर पम्प्स खरीद सकते हैं, जिनका उपयोग कृषि के लिए पानी की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है।
महाऊर्जा कुसुम योजना के तहत सोलर पम्प सेटअप करने के लिए आवेदन करने के लिए गांव की एकल बिजली केंद्र (सामूहिक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला सोलर प्यानल) के माध्यम से आवेदन करना होगा। योजना का उद्घाटन 2018 में किया गया था और इसका लाभ खेती करने वाले किसानों को प्राप्त होगा।
महाराष्ट्र कुसुम योजना के भाग कौन से हैं?
महा कुसुम योजना के अंतर्गत 3 मुख्य भाग शामिल किए गए हैं जिसके द्वारा किसान को सोलर पंप लीज का पैसा और डिस्कॉम के लाभ इत्यादि चीजें प्राप्त होंगी।
भाग A- किसी सौर ऊर्जा उत्पादक को किसान अपनी जमीन लीज पर देकर हर महीना अच्छी खासी रकम प्राप्त करता है।
भाग B- किसान को डीजल और electric pump को solar water pump में एक्सचेंज करने पर गवर्नमेंट से लगभग 60% सब्सिडी मिलेगी।
भाग C- किसान इस सोलर पैनल का उपयोग करके बिजली का उत्पादन कर सकता है और उस आदमी को डिस्कॉम (Discom) कंपनी जोकि बिजली का वितरण करती है उसे बेचकर पैसे कमा सकता है।
महाकुसुम योजना द्वारा किसानो की मदत
महाराष्ट्र सरकार द्वारा हमेशा आप ने किसानों के लिए कोई न कोई नई योजनाएं लेकर आती ही रहती है ठीक उसी प्रकार प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत किसानों के लिए उनके खेत की सिंचाई की आवश्यकता होती है जिसके लिए उन्हें खेत में लगातार पानी भरने के लिए पंप की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए वे डीजल और इलेक्ट्रिक पंप की क्षमता से अपने कार्यों को पूरा तो कर लेते हैं लेकिन वह काफी महंगा पड़ता है उनके लिए। इसीलिए सरकार ने सोलर पंप योजना द्वारा ऊर्जा तैयार करके किसानों को उनके खेती में मदद दिलाई।
और साथ ही साथ जो किसान एक साथ इसे नहीं ले सकते उनके लिए इंस्टॉलमेंट की सुविधा एवं सब्सिडी भी प्रदान करने की व्यवस्था की गई। इस योजना के अंतर्गत किसान को पेट्रोल पंप की कीमत से लगभग 90% तक राहत प्रदान की जाती है उन्हें केवल 10% का ही भुगतान करना पड़ता है।
इस योजना में 60% सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है 30% लोन दिया जाता है। और खरीदारी तथा भुगतान में 13.5% जीएसटी भी लगती है
महा कुसुम योजना के लिए उचित पात्र
1- महाकुसुम योजना के लिए मुख्यतः वे लोग पात्र होंगे जिनके गांव का नाम इस योजना के अंतर्गत शामिल हो। अगर इस लिस्ट में आपका गांव शामिल नहीं है तो आप इस योजना के लिए अपात्र हैं।
आप यहा क्लिक करके देख सकते हैं कि आपका गांव इस लिस्ट में है या नहीं |
2-आवश्यक दस्तावेज़-
7/12 उतारा (Extract) वाले भू स्वामियों के किसानों की अधिक संख्या होने पर ₹200 के स्टांप पेपर पर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पड़ता है।
- आधार कार्ड/पैन कार्ड
- बैंक पासबुक कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- अगर किसी भूमि हुआ जल पंप साझा किया जा सकता है तो अन्य शेयरधारकों से NOC जमा करना होगा।
- और यदि कुआं और नलकूप उसी भूमि में है तो उसका जिक्र सातबारा उतारा में किया जाना चाहिए।
महाकुसुम योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
महा कुसुम योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको कुसुम सोलर पंप योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको हमारे द्वारा इस लेख में बताए गए हर स्टेप्स को फॉलो करने पड़ेगा इसके बाद आप अपना रजिस्ट्रेशन कुसुम सोलर पंप योजना के लिए कर पाएंगे।
Step 1- सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट kusum.mahaurja.com पर क्लिक करना होगा।
फिर आपके सामने एक रजिस्ट्रेशन पेज खुलता है। इस पेज में आपको वे सभी जानकारियां बनी होती हैं जो इस रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक होता है। जैसे में नए डीजल पंप के लिए आवेदन, आपकी व्यक्तिगत भूमि की पूरी जानकारी तथा सभी दस्तावेजों की पूरी जानकारी।
यह सब भरने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करना होता है।
Step 2– रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करते ही आपको ओटीपी वेरीफाई पेज पर ले जाया जाता है। यहां आप फार्म में अपना जो मोबाइल नंबर रजिस्टर किए रहते हैं उस नंबर पर 6 अंक का ओटीपी नंबर आपके पास आता है जिसे आपको भरकर वेरीफाई करना पड़ता है। तथा साथ ही आपको यूजर आईडी और पासवर्ड भी प्राप्त होता है।
Step 3- यहां से आप कुसुम लॉगइन पेज पर आ जाएंगे।
इस पेज पर आने के बाद आपको User ID और पासवर्ड डालना होता है। जिसके बाद आप लॉगिन होते ही Dashboard में पहुंच जाएंगे। डैशबोर्ड में आपको-
- ऑनलाइन फॉर्म भरना है
- सभी डॉक्यूमेंट अपलोड करना और
- पेमेंट करना होता है।
Step 4- बोर्ड में आपको Complete Your Form पर क्लिक करना है। जिसके बाद आपके सामने महाऊर्जा कृषि कुसुम योजना ऑनलाइन फॉर्म ओपन हो जाता है।
इस फार्म में आपको वे सभी जानकारियां भरनी है जिसका ऑप्शन उस पर दिया है जैसे में आवेदक की व्यक्तिगत तभी जानकारी तथा भूमि संबंधित सभी जानकारी और जल स्रोत एवं सिंचाई शोध की सभी जानकारी, बैंक डिटेल्स इत्यादि।
सभी जानकारियां भरने के बाद आपको अपलोड कर देना है जिसके बाद Final Declaration आपको देना होता है।
Step 5– application submit button पर क्लीक करने के बाद आपको आपके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर एक मैसेज प्राप्त होता है। मैसेज प्राप्त होते ही आवेदक को पंप के लिए एक कोटेशन भी मिलता है जिसकी जांच आवेदक को करना चाहिए।
Step 6- इस सेक्शन में आपको Pay ऑप्शन पर क्लिक करना होता है। इसके बाद आवेदक तीन माध्यम से अपना कैश पेमेंट कर सकता है।
- Online
- DD
- चालान
इन तीनों में से कोई एक विधि चुनकर आपको पेमेंट करना होता है।
NOTE- आवेदक के ऑनलाइन राशि भुगतान के बाद ‘आपूर्तिकर्ता नियुक्त’ बटन आपके सामने आ जाता है जिस पर आपको क्लिक करना पड़ता है।
तथा जितने भी आवेदक डीडी आज चालान के माध्यम से कैश पेमेंट करते हैं वह मंडल कार्यालय से अनुमोदन प्राप्त करके आपूर्तिकर्ता का चयन कर पाते हैं।
इसके पश्चात जो भी आवेदज पात्र होते हैं आपूर्तिकर्ता का चयन करने के बाद आमतौर पर 90 दिन के भीतर ही कुसुम सौर ऊर्जा पंप स्थापित कर दिया जाता है।
दोस्तों हमें आशा है कि हमारे द्वारा महा कुसुम योजना के बारे में दी गई सभी जानकारियां जरूर पसंद आएगी और यदि आप भी इसके पात्र हैं तो आप इसका लाभ अवश्य ले पाएंगे।