“जय जवान, जय किसान” भारत के प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा दिया गया यह नारा भला कौन नहीं जानता होगा? भारत एक कृषि प्रधान देश है जिस कारण से इसे पूरे विश्व में जाना जाता है। यहां पर आधी से अधिक जनसंख्या कृषि करने में व्यस्त होती है। और हो भी क्यों ना? ऐसा देश जो विश्व में जनसंख्या के मामले में सबसे अधिक अपनी अहम भूमिका निभा रहा है ऐसे देश में विकास से अधिक खाने के बारे में सोचना सामान्य बाते है। ।
गांव बिना केवल भारत में ही पूरा विश्व खतरे में पड़ सकता है क्योंकि गांवों से ही कृषि की सबसे अधिक उपज होती है। जैसा कि हमने कोरोना काल में देख लिया है कि गाँवों ने शहरों को पाला है ना कि शहरों ने गाँव को।
और इसीलिए भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र में बहुत सारे ऐसी योजनाएं है जिनका लाभ लेकर किसान अपनी कृषि में और भी अधिक सुधार कर पाएंगे। तो किसानों को अपनी फसल से संबंधित यह जानकारी होनी चाहिए तथा सरकार द्वारा दी गई उन सभी योजनाओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए जो कि विशेष तौर पर किसानों के लिए ही है। कृषि सेवा केंद्र किसानों को फसलों के बारे में पूरी जानकारी देता है।
और ऐसे में आप चाहे तो अपने बेरोजगारी को मिटाने के लिए कृषि सेवा केंद्र को खोलकर एक नया रोजगार स्थापित कर सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र के लाभ-
- कृषि सेवा केंद्र के माध्यम से किसान कृषि से संबंधित सभी जानकारियां तथा दवाइयों को प्राप्त कर पाता है जिससे कि उसकी फसल और भी अच्छी हो जाती है।
- कृषि सेवा केंद्र पर जाकर हर किसान अपने खेतों के लिए कीटनाशक, उर्वरक, फसल उत्पादक प्रोसेस, खाद इत्यादि चीजें खरीद सकता है।
- कृषि सेवा केंद्र से सभी किसान कृषि संबंधी फायदे और नुकसान तथा फसलों में कौन सी दवाइयां डालनी चाहिए? कब डालनी चाहिए? इत्यादि के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता है।
कृषि सेवा केंद्र कैसे खोलें?
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए-
प्रारम्भिक तैयारी-
सबसे पहले आपको कृषि सेवा केंद्र के लिए एक विस्तृत बिजनेस प्लान तैयार करना होगा। इसमें आप अपने कृषि सेवा केंद्र के उद्देश्य, उपलब्धियां और संचालन विधियों को दर्शाइए। तथा साथ ही साथ आपको पैसे की आवश्यकता, स्टॉफ का चयन और किसी अन्य प्रशासनिक प्रशिक्षण के बारे में भी विचार करना चाहिए। आपको अपने इस बिजनेस में कितना निवेश करना है तथा कितना लाभ कमाना है इस बारे में भी पूरी जानकारी रखनी चाहिए। कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको कृषि से संबंधित वे सभी जानकारियां होनी चाहिए जो कि आपके इस व्यवसाय में काम में आने वाली है।
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए सही स्थान-
आपको एक उपयुक्त स्थान का चुनाव करना होगा जहां पर आप अपना कृषि सेवा केंद्र खोल सके। इसके लिए आपको सबसे पहले किसी भूमि का अधिग्रहण करना पड़ेगा या कोई बड़ी जगह देखनी होगी जहां पर आप अपना यह केंद्र खोल सके। यह जगह कृषि क्षेत्रों के आसपास की व्यवसाय गतिविधियों और कृषि उत्पादन के बीच में ही होनी चाहिए जिससे कि किसान आप से सीधा संपर्क कर पाए। और साथ ही साथ आपका यह कृषि सेवा केंद्र ऐसी जगह होनी चाहिए जहां ग्रामीण इलाके अधिक हो तथा उसके आसपास काफी दूर-दूर तक कृषि सेवा केंद्र की दूसरी सेवा उपलब्ध नहीं हो। जिससे कि आप अपना मुनाफा बढ़ा पाएंगे।
कृषि सेवा केंद्र के लिए दवाइयाँ व खाद, बीज कहाँ से लें?-
कृषि सेवा केंद्र के लिए आपको दवाइयां खाद बीज की आवश्यकता होती है तो सबसे पहले आपको यह निर्धारित करना होगा कि आप अपने इस व्यापार के लिए खाद बीज व दवाइयां कहां से खरीदेंगे? इसके लिए आपको किसी थोक विक्रेता से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि यदि आप किसी थोक भाव में लेते हैं तो आपको कम दाम में अधिक दवाइयां मिलेंगे जिससे कि आप अपने व्यापार में अधिक मुनाफा कमा पाएंगे।
कृषि सेवा केंद्र के लिए गोडाउन और दुकान की आवश्यकता-
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको दुकान के साथ-साथ गोडाउन की भी आवश्यकता होती है जहां आप दुकान पर किसानों के साथ डील करते हैं तथा उनकी समस्याओं को सुनते हैं तो गोडाउन में उनके खेतों व समस्याओं से संबंधित सभी दवाइयां कीटनाशक व खादो को रखते हैं।
कृषि सेवा केंद्र के लिए पात्रता-
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको कम से कम ग्रेजुएशन पास होना चाहिए।
साथ ही साथ अगर आपने रसायन शास्त्र से बैचलर ऑफ साइंस किया है तो आपको खाद बीज और कीटनाशक इन तीनों के लाइसेंस बेहद ही आसानी से प्राप्त हो जाते हैं।
लेकिन अगर आपने डिप्लोमा किया है तब भी आपको कृषि केंद्र खोलने का लाइसेंस प्राप्त हो सकता है।
कृषि सेवा केंद्र लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज-
कृषि के सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको लाइसेंस की आवश्यकता होती है और वह लाइसेंस बनवाने के लिए आपके पास मुख्यतः आपकी व्यक्तिगत जानकारी संबंधित कुछ आवश्यक कागजात की जरूरत पड़ती है जैसे कि-
- आधार कार्ड/ वोटर आईडी/ पैन कार्ड
- Graduation marksheet
- दुकान का खसरा नंबर
- जमीन का प्रमाण पत्र
- NOC प्रमाण पत्र
- 2 passport size photo
कृषि सेवा केंद्र का रजिस्ट्रेशन और पंजीकरण-
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है| दुकान में गोडाउन का पंजीकरण होना आवश्यक होता है जिसके बाद ही आप कृषि सेवा केंद्र खोल सकते हैं। इसके लिए आपको जिस राज्य में कृषि सेवा केंद्र खोलना है उस राज्य के Online आधिकारिक पोर्टल पर जाकर सशुल्क रजिस्ट्रेशन और पंजीकरण करवाना पड़ता है। इस लाइसेंस और पंजीकरण के बिना आप अपना व्यवसाय शुरू नहीं कर पाते हैं। और इसका लाइसेंस आपको हर 2 साल बाद रिन्यूअल करवाना पड़ता है।
कृषि सेवा केंद्र का लाइसेंस शुल्क-
- कीटनाशक का लाइसेंस लेने के लिए- 1500 रूपये शुल्क।
- बीज का लाइसेंस लेने के लिए- 1000 रूपये शुल्क।
- खाद लाइसेंस लेने के लिए- 1250 रूपये शुल्क।
दोस्तों यह शुल्क निर्भर करता है कि आप किस राज्य से अपना कृषि सेवा केंद्र खोलने जा रहे हैं क्योंकि हर राज्य के हिसाब से यह फ़ीस बदलती रहती है।
कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन कैसे करें?-
कृषि सेवा केंद्र में आवेदन करने के लिए आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही प्रकार की सेवाएं उपलब्ध होती हैं।
कृषि सेवा केंद्र के लिए Offline आवेदन प्रक्रिया-
ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको कृषि विभाग के ऑफिस में जाकर जरूरी दस्तावेजों को जमा करके आवेदन कर सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र के लिए Online आवेदन प्रक्रिया-
कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले लाइसेंस प्राप्त करना है | यदि आप सभी लोग कृषि सेवा केंद्र खोलना चाहते हैं और इसके लिए लाइसेंस प्राप्त करने हेतु अपना ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आप सभी लोगों को सबसे पहले अपने नजदीकी सहज जन सेवा केंद्र पर चले जाना है। सिर्फ सहज जन सेवा केंद्र के अधिकारी ही आपका आवेदन कर सकते हैं।
क्योंकि उनके पास से कृषि सेवा केंद्र की ऑफिशियल वेबसाइट की लॉगइन आईडी और पासवर्ड होती है। आप सभी लोग साथ जन सेवा केंद्र पर जाकर अपना आवेदन बड़ी ही आसानी से करा पाएंगे।
कृषि सेवा केंद्र (Agriculture Service Center) के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के पॉइंट्स निम्नलिखित हैं-
- भारतीय कृषि मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट पर, “कृषि सेवा केंद्र” या “Agriculture Service Center (ASC)” लिंक खोलें।
- अपने राज्य और जिले का चयन करें।
- फिर आपको एक ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। इसमें आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, संपर्क जानकारी, व्यापार या सेवा के बारे में जानकारी, आदि देनी होगी।
- आवेदन पत्र में सभी आवश्यक जानकारी भरें।
- आपको अपने दस्तावेज़ (जैसे कि पहचान प्रमाण-पत्र, पता प्रमाण-पत्र, आदि) का सत्यापन करना होगा।
- आवेदन पत्र और सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को सत्यापित करें।
- आवेदन पत्र और सभी दस्तावेज़ों को सत्यापित करने के बाद, आपका आवेदन सबमिट हो जाएगा।
- आपको आवेदन स्थिति की जांच करने के लिए आवेदन प्रक्रिया के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
आपको जिस प्रकार से आसानी हो आप उस प्रकार की प्रक्रिया को चयन करके कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र में लागत और मुनाफ़ा-
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए सबसे पहले आपको अपने व्यापार में लगने वाली लागत पर ध्यान देना होगा। ऐसे में कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपके पास 50 हजार से 2 लाख रूपये तक की जरूरत होती है। इसके बाद आपको अपने कृषि से संबंधित दवाइयां, खाद व बीज को किसी विक्रेता से थोक भाव में खरीदना चाहिए।
और अगर हम इस कृषि सेवा केंद्र में मुनाफे की बात करें तो, आप कोई भी एक प्रोडक्ट बेस पर लगभग 20%से 40% तक मुनाफा कमाते हैं क्योंकि दवाइयों पर अधिक मार्जिन मिलता है। मतलब यह कि अगर आपने कोई दवाई या बीज या खाद बोरी 1000 रुपये में बेचीं तो आपको उसमे 400 रूपये का मुनाफ़ा होगा।
रात के समय में हर दिन नए-नये अनाजो की उपज और बढ़ती हुयी दवाईयों की मांग को देख कर हम ये कह सकते हैं कि कृषि सेवा केंद्र खोलना के लाभदायक व्यापार साबित हो सकता है।
दोस्तों हमने आपको अपने इसलिए उसने बताया कि कृषि सेवा केंद्र खोलकर कितना मुनाफा कमा सकते हैं तो आपको इस मिट्टी की लागत आती है तथा कृषि सेवा केंद्र के विषय में हमको जानकारी दीजिए जाना जरूरी था। तो अगर आप भी ये कृषि सेवा केंद्र खोलना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पढ़कर अपने व्यवसाय सम्बन्धी जानकारी लेकर कृषि सेवा केंद्र खोल सकते हैं।