लोन के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए? | Loan Ke Liye CIBIL Score Kitna Hona Chahiye?

CIBIL Score किसे कहते हैं? | What is CIBIL Score in Hindi?

CIBIL Score एक 3 डिजिट का नंबर होता है जो कि आपके क्रेडिट करने के इतिहास को दर्शाता है। इस का फुल फॉर्म होता है क्रेडिट इनफॉरमेशन ब्यूरो ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (Credit Information Bureau of India Limited). अगर सामान्य भाषा में बताया जाए तो क्रेडिट स्कोर या CIBIL Score उसे कहते हैं जो व्यक्ति के सुधार की पात्रता को प्रदर्शित करता है| विदेशों में यह सन 1990 में ही डेवलप किया गया था लेकिन भारत में पहली बार सन 2000 में शुरू किया गया था। भारत में क्रेडिट रेटिंग पहली बार सन 2000 में शुरू की गई थी जिसने भारत देश को एक financial literate nation बनाने में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है।

भारत की क्रेडिट ब्यूरो कंपनी-

भारत में सिबिल स्कोर उपलब्ध कराने वाली कुल चार कंपनियां है जो की क्रेडिट ब्यूरो के तौर पर भी काम करती है जो कि इस प्रकार से है –

1- ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड – Trans Union Civil Limited Company की स्थापना सन 2000 में हुई थी।

2-CRIF Highmark – इस कंपनी की स्थापना सन 2010 में हुई थी।

3- Experian – एक्सपीरियन कंपनी की स्थापना सन 2006 में हुई थी लेकिन इसका लाइसेंस सन 2010 में मिला था।

4-Equifax – इक्विफैक्स कंपनी की स्थापना सन 2010 में हुई थी।

इन company में Transunion Civil Limited Company हमारे भारत में क्रेडिट स्कोर देने वाली बहुत ही पुरानी कंपनियों में से एक है जिसकी वजह से आम लोगों में क्रेडिट स्कोर को सीधा-सीधा सिबिल स्कोर के नाम से ही जाना जाता है।

सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए? | CIBIL Score Kitna Hona Chahiye?

कोई भी सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच में ही होता है और इन्हें अलग-अलग part में इनकी उपयोगिता के हिसाब से डिवाइड किया गया जिसे हमने आपको नीचे बताया है –

  • 300 से नीचे – अगर आपका सिबिल स्कोर 300 से नीचे है तो आपको बैंक लोन नहीं देगी क्योंकि यह बेहद ही खराब सिबिल स्कोर होता है। इसीलिए बैंक ऑफ को लोन देने के क्रेडिटेबल नहीं मानती है।
  • 300 से 450 के बीच में- 300 से 450 के बीच भी सिबिल स्कोर कोई अच्छा स्कोर नहीं माना जाता है इसके तहत आपको वार्निंग दी जाती है कि आप EMIs समय से चालू करें जिस से कि आपके क्रेडिट स्कोर में सुधार आ जाये।
  • 450 से 600 के बीच में- 450 से 600 के बीच का एवरेज सिबिल स्कोर होता है यह ना तो खराब होता है और नहीं ठीक होता है। इसके बीच में आपको क्रेडिट लिमिट बहुत कम होगी और आपको बैंक लोन दे सकती है।
  • 600 से 750 के बीच में- 600 से 750 के बीच का CIBIL score एक अच्छा उसको माना जाता है इसीलिए इसके अंतर्गत आपको बैंक लोन दे सकती है।
  • 750 से 900 के बीच में- 750 से 900 के बीच का सिबिल स्कोर बहुत ही अच्छा माना जाता है इसके लिए बैंक आपको एक बड़ा अमाउंट भी लोन के तौर पर देने के लिए तैयार हो सकती है।

CIBIL Score को कौन से Factors affect करते हैं? | Factor Affecting on CIBIL Score

लोन रिपेमेंट ट्रेंड्स (Loan Repayment Trends)- आपकी सिबिल स्कोर को आपका लोन रीपेमेंट हिस्ट्री  सीधे तौर पर प्रभावित करती है। और अगर आपने अपना एमिस का भुगतान करने में किसी भी प्रकार की कोई गलती की है तो यह आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है और अगर आपने यही भुगतान सही तरीके से किया है तब आपके सिबिल स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

लोन एप्लीकेशन का काउंट नंबर और रिजेक्शन (Loan Application Count Number and Rejection)- आपका क्रेडिट स्कोर इस पर भी डिपेंड करता है कि आपने कितने बार लोन लेने के लिए एप्लीकेशन डाला है और कितने बार रिजेक्ट कर दिया है। जिससे कि आपका सिबिल स्कोर नकारात्मक प्रभाव से प्रभावित होता है।

उपलब्ध Credit का उपयोग (Use of Available Credit)- अगर आपके इन्वेस्टमेंट लिस्ट में ज्यादातर अनसिक्योर्ड लोन के परसेंटेज बनते हैं तो इसका आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

लोन pay करने की अवधि (Loan Repayment Period)- आपकी लोन की अवधि जितनी ही ज्यादा लंबी होती है उतना ही आराम से आप और समय से अपना लोन पेमेंट कर पाते हैं जिससे कि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है।

सिबिल स्कोर कैलकुलेशन कैसे किया जाता है? | How is CIBIL Score Calculated?

हमारे सिबिल स्कोर की कैलकुलेशन को करने के लिए इंक्वायरी सेक्शन हमारे क्रेडिट रिपोर्ट के अलावा और भी ऐसे बहुत सारे फैक्टर्स के बारे में पता करती है जिससे कि हमारा सिबिल स्कोर चेक किया जाता है जैसे में credit history, credit exposure, recent credit behaviour, credit mix or duration etc..

सिबिल स्कोर कैसे सुधारे? | How to Improve CIBIL Score?

सिबिल स्कोर को सुधारने के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए जैसे –

  • EMIs को भरने के लिए समय पर Repay करना चाहिए और अगर याद ना हो तो रिमाइंडर सेट कर लेना चाहिए।
  • सिबिल स्कोर के क्रेडिट रिपोर्ट में हमेशा अपने Arrors को जरुर चेक करना चाहिए। जिससे कि आप हमेशा अपने सिबिल स्कोर के लिए अपडेट रहेंगे।
  • अपने सारे Credit कार्ड को हमेशा क्लीन रखें।
  • ज्वाइन अकाउंट होल्डर आपको कभी नहीं बनना चाहिए।

एक अच्छा क्रेडिट मिक्स मेंटेनेंस करने की कोशिश करना चाहिए। 

सिबिल स्‍कोर के लाभ | Benefits of Good CIBIL Score

  • क्रेडिट स्कोर आपको लोन अप्रूवल करने में काफी मदद करता हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर स्कोर अच्छा है तो आपको बैंक से बहुत जल्दी ही लोन मिल जाता है।
  • अच्छे सिविल स्कोर या क्रेडिट स्कोर की वजह से आपको कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलने का चांस ज्यादा होता है और इससे बैंक में आपकी वैल्यू भी बढ़ती है।
  • अच्छी क्रेडिट स्कोर की वजह से आपका फाइनेंशियल डिसिप्लिन हमेशा बना रहता है।
  • अच्छे क्रेडिट स्कोर की वजह से बैंक से आपको अलग-अलग ऑफर्स और डिस्काउंट भी मिलते रहते हैं।

तो दोस्तों हमें आशा है कि आपको हमारा यह पोस्ट समझ में आया होगा ऐसे ही और जानकारी को पढ़ने के लिए आप हमारे दूसरे आर्टिकल्स को पढ़ सकते हैं।

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